August 2017 - Tips4Healths

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Tuesday 15 August 2017

इस एक आदत से ज़िन्दगी भर नहीं होगा हार्ट अटैक

August 15, 2017 0

दोस्तों क्या आप जानते हैं कि हमारे आयुर्वेद में कुछ ऐसे तरीके हैं जिनकी मदद से आप अपने हार्ट अटैक जैसी गंभीर बिमारी से भी हमेशा हमेशा के लिए दूर रह सकते हैं. इस पोस्ट में हम आपको उसी विषय में बताने जा रहे हैं. दोस्तों अगर आपको अपने दिल को स्वस्थ्य रखना है तो आपको विटामिन C की मात्र का सेवन करना होगा. यहाँ हम आपको उन चीजों के नाम बताने जा रहे हैं जिनमे सबसे ज्यादा विटामिन C होता है:-

  • आंवला
  • संतरा
  • मौसमी
  • नारंगी
  • निम्बू (छिलके सहित)
  • चौलाई
  • पपीता
  • लौकी
  • मूली के पत्ते
  • पत्तेदार सब्जियां
  • आडू
  • शिमला मिर्च.
अगर यह सब चीज़ें आप नहीं खाना चाहते या किसी और वजह से नहीं खा पाते तो मेडिकल स्टोर में Vitamin C की टेबलेट भी आती है 500 mg की, उसको दिन में 3 से 4 बार खाएं. और कोशिश करिए कि आमला ज़रूर खाएं. 

Note :- और जब आप आमला को खा रहे हो तो तब इस प्रयोग के साथ में एक चीज आपको एक चीज जो आपको करनी है वो ये के आपको चाय को बिलकुल बंद करना होगा, इसकी जगह आप अपने बच्चो को सुबह उठ कर निम्बू पानी पिलायें इसमें 2 चुटकी मीठा सोडा मिला कर. आप देखेंगे के आपकी ऐसी समस्याएँ जो लाख दवा लेकर भी नहीं जा रही थी, वो अपने आप सही हो गयी. क्यूंकि इस से आपका पूरा शरीर एल्कलाइन हो जायेगा आपका PH बिलकुल सही हो जायेगा.
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Monday 14 August 2017

इन तरीको को अपनाकर आप रहेंगे हमेशा जवान

August 14, 2017 0

हर एक इंसान यह चाहता है की वो जवान दिखे और इसके लिए वो हर संभव प्रयास भी करता हैकोई जवान  रहने के लिए मंहगे प्रसाधनों पर पैसा खर्च करता है तो कोई दवाओं पर। लेकिन इन सबसे दूर सही खानपान और सेहत की तरफ थोड़ा ध्‍यान देकर बढ़ती उम्र को कम किया जा सकता है। इस पोस्ट में हम आपको उसी बारे बताने जा रहे हैं

आमला 

आप सदा जवां दिखना चाहते हैं तो अपने आहार में आमला को शामिल करें। आमले में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो चेहरे पर पड़ने वाली बारीक लकीरें, झुर्रियां और बुढ़ापे के असर कम करने में सहायक होता है। आंवले का रस नियमित रूप से पीने से चेहरा चमकदार और दागधब्‍बे रहित रहता है साथ ही यह एक्ने और मुंहासों से भी निजात दिलाता है।

योग 

त्‍वचा को जवां और एंजिग की समस्‍याओं को दूर करने का सबसे कारगर प्राकृतिक नुस्‍खा है योग। योग से उम्र का असर धीमा हो जाता है। इससे सिरदर्द और तनाव दूर होता है और एकाग्रता बढ़ती है।

लहसुन 

औषधिय गुण से भरपूर लहसुन न केवल आपके स्‍वास्‍थ्‍य के लिए बल्कि सुंदरता को बनाए रखने में भी मददगार होता है। अगर आप जवां बनने के लिए तरह-तरह के उपाय करते हैं। तो इन सब को छोडि़ये और लहसुन का इस्‍तेमाल करके देखिये। इसके नियमित रूप से सेवन से आप जवां बने रह सकते हैं।

अलसी 

अलसी में ओमेगा 3 फैटी एसिड और फाइबर बहुत अधिक मात्रा में होता है। इसके अलावा अलसी मे पाया जाने वाला तेल त्वचा को स्वस्थ रखता है एवं सूखापन दूर कर एग्जिमा आदि से बचाता है। अलसी का सेवन त्वचा पर बढ़ती उम्र के असर को कम करता है।

चुकंदर 

चुकंदर का जूस सेहत के लिए फायदेमंद होता है। साथ ही चुकंदर के सेवन से त्वचा में निखार आता है। शरीर में हीमोग्‍लोबिन का निर्माण होता है और रक्त साफ होता है।

व्यायाम करें 

नियमित रूप से व्‍यायाम करके भी आप सदा जवां बने रह सकते हैं। व्‍यायाम से शरीर की सारी मांसपेशियां सक्रिय हो जाती है और अतिरिक्त चर्बी जलाने में मदद मिलती है।
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Sunday 13 August 2017

प्रेगनेंसी के दौरान खजूर खाने से कम हो सकती है प्रसव पीड़ा

August 13, 2017 0

डिलीवरी तक महिलाओं के मन में कई तरह के डर बैठे रहते हैं। प्रसव के दौरान होने वाले दर्द और लंबे समय तक प्रसव के दर्द को लेकर महिलाएं अकसर चिंतित रहती हैं।
और साथ में कहा जाता है कि खजूर खाने से प्राकृतिक तरीके से ही प्रसव की पीड़ा में और उसक अवधि में कमी आती है। आइए जानते हैं कि इस बात में कितनी सच्‍चाई है।

प्रसव पर खजूर का प्रभाव 

जो महिलाएं गर्भावस्‍था के दौरान खजूर का सेवन करती हैं उनमें केवल 28 प्रतिशत महिलाओं को ही प्रसव के दौरान किसी भी तरह की दवा की जरूरत पड़ती है जबकि आपको जानकर हैरानी होगी कि खजूर ना खाने वाली महिलाओं की 47 प्रतिशत है। खजूर न खाने वाली महिलाओं को प्रसव के दौरान दवाओं का ज्‍यादा प्रयोग करना पड़ा। शोधकर्ताओं ने रिसर्च के दौरान एक तरफ कुछ गर्भवती महिलाओं को रोज़ 6 खजूर खाने को कहा और उन महिलाओं पर भी नज़र जिन्‍होंने खजूर का सेवन नहीं किया था। उन्होंने पाया कि खजूर का सेवन ना करने वाली महिलाओं की तुलना में खजूर खाने वाली महिलाओं में सर्वाइकल डाइलटेशन ज्‍यादा रहा। जिन महिलाओं ने गर्भावस्‍था के दौरान खजूर का सेवन किया उन्‍हें प्रसव के दौरान 510 मिनट के लिए पीड़ा हुई जबकि खजूर ना खाने वाली महिलाओं को इससे दोगुना यानि 906 मिनट तक प्रसव पीड़ा सहनी पड़ी।

खजूर से प्रसव पर क्‍यों पड़ता है असर

शोधकर्ता पूरी तरह से तो इस निष्‍कर्ष पर नहीं पहुंच पाए हैं कि प्रसव पीड़ा को कम करने में खूजर किस तरह से फायदेमंद है लेकिन उनका मानना है कि इसका असर ऑक्‍सीटोसिन पर जरूर पड़ता है।
गर्भावस्‍था के आखिरी हफ्तों में ऑक्‍सीटोसिन रिसेप्‍टर्स की मात्रा बहुत बढ़ जाती है जिससे जिससे गर्भाशय की संवेदनशीलता और उसका संकुचन खुल जाता है। इसके अलावा खजूर का प्रभव एस्‍ट्रोजन, प्रोजेस्‍ट्रॉन और प्रोस्‍टैग्‍लैंडिन के स्‍तर पर पड़ता है। ये सभी हार्मोंस प्रसव में अहम भूमिका निभाते हैं।
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