जौ का पानी एक ऐसा पेय है जो कि जौ को पानी में उबालकर तैयार किया जाता है। हर रोज जौ का पानी पीने से एक ओर जहां स्वास्थ्य से जुड़ी बहुत सी समस्याएं दूर हो जाती हैं वहीं कई बीमारियों के होने का खतरा भी बहुत कम हो जाता है यदि इसमें थोड़ी सी चीनी और नींबू भी मिला दिया जाये तो यह एक शानदार पेय पदार्थ बन सकता है। जौ के पानी में इतने स्वास्थ्य लाभ हैं कि आप सुनकर चौंक जाएँगे। हम आपको बताते हैं जौ का पानी कैसे बनाया जाये और यह किस प्रकार स्वास्थ्य लाभ हैं।
जौ का पानी कैसे बनाएँ
इसकी एक सर्विंग बनाने के लिए एक सौस पैन में 2 टेबल स्पून जौ में 1 कप पानी मिला लें। जब तक जौ नरम हों तब तक इसे उबालें। इस मिश्रण को एक जालीदार कपड़े से छान लें। आप छिलके वाले और बिना छिलके वाले दोनों में से किसी भी प्रकार के जौ ले सकते हैं। छिलके वाले में ज्यादा फाइबर होता है और पकाने में ज्यादा समय लगता है इसलिए बिना छिलके वाले पकाने में आसान हैं।
जौ के पानी के स्वास्थ्य लाभ
. इसमें मौजूद बीटा–ग्लूकेन शरीर से जहरीले पदार्थों को बाहर मल द्वारा बाहर निकालने में मदद करता है और बवासीर के खतरे को कम करता है। यह आपको कब्ज से राहत देता है, आंतों को साफ रखता है जिससे की पेट के कैंसर की संभावना कम हो जाती है।
. यह मूत्रवर्धक के रूप में काम करता है यह बेकार पानी और विषैले पदार्थों को मूत्र द्वारा शरीर से बाहर निकाल देता है।
. अगर आपको यूरीन से जुड़ी कोई समस्या है तो जौ का पानी आपके लिए बहुत फायदेमंद होगा. इसके अलावा किडनी से जुड़ी ज्यादातर समस्याओं में जौ का पानी बहुत कारगर होता है.
. अगर आपको यूरीन से जुड़ी कोई समस्या है तो जौ का पानी आपके लिए बहुत फायदेमंद होगा. इसके अलावा किडनी से जुड़ी ज्यादातर समस्याओं में जौ का पानी बहुत कारगर होता है.
. यह गर्मी को कम करता है इसलिए गर्मी में इसका सेवन फायदेमंद है। चूंकि यह ठंडक करता है इसलिए यदि तेज मसालेदार खाने से आपके पेट में जलन हो रही है तो यह आपको राहत दे सकता है।
. जौ एंटी-इंफ़्लामेंट्री है। गठिया और जोड़ों के दर्द से पीड़ित लोगों को जौ के पानी से फायदा मिलता है।
. जौ जलाकर तिल के तेल में बारीक पीसकर जले हुए पीड़ित अंग पर लगाना लाभकारी है।
. जौ जलाकर तिल के तेल में बारीक पीसकर जले हुए पीड़ित अंग पर लगाना लाभकारी है।
. इसका बीटा –ग्लूकेन शरीर में ग्लूकोज के अवशोषण को कम करता है जिससे ब्लड शुगर लेवल को बनाए रखता है। इसका मतलब है कि कि यदि आपको शुगर है तो जौ का पानी पीने से आपका शुगर लेवल नियंत्रण में रह सकता है।
. इस पानी का एक गिलास रोजाना सेवन फाइबर की आवश्यकता को पूरी करता है।
. फाइबर की अधिकता के कारण यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है। इससे आपका दिल स्वस्थ रहता है।
. किडनी की पथरी के लिए भी यह अचूक औषधि है। एक गिलास जौ के पानी का रोजाना सेवन करने से किडनी की पथरी शरीर से बाहर निकल जाती है और आपकी किडनी स्वस्थ रहती है।
No comments:
Post a Comment