व्रत के दिनों में ज्यादातर लोगों दृारा मखाने का सेवन किया जाता है। मखाना पोषक तत्वों से भरपूर एक जलीय उत्पाद है। मखाना स्वास्थ्य के लिये भी काफी फायदेमंद है। मखाने के बीज किडनी और हृदय के लिये लाभप्रद हैं। मखाने बहुत ही पौष्टिक होते हैं। व्रत-उपवास तथा खीर, सब्जी बनाने में इनका प्रयोग किया जाता है। देखने में यह सफ़ेद, गोल और मुलायम होते हैं। मखाने की मांग न केवल देश में बल्कि पूरी दुनिया में है। इन्हें गोरगोन, फाक्सनट तथा प्रिकली लिली भी कहते हैं। इनकी खेती भारत, चीन, जापान, कोरिया आदि में हजारों साल से की जाती रही है। भारत में यह सहरसा, पूर्णिया, कटिहार, सुपौल, समस्तीपुर, दरभंगा और मधुबनी जिले में बहुतायत रूप से होते है।
मखाने में 9.7% आसानी से पचनेवाला प्रोटीन, 76% कार्बोहाईड्रेट, 12.8% नमी, 0.1% वसा, 0.5% खनिज लवण, 0.9% फॉस्फोरस एवं प्रति १०० ग्राम 1.4 मिलीग्राम लौह पदार्थ मौजूद होता है। इसमें औषधीय गुण भी होता है।
यह भी शीघ्रपतन से बचाता है, वीर्य की गुणवत्ता और मात्रा को बढ़ाने में मदद करता है जिससे कामेच्छा बढ़ जाती है। इसके अलावा यह महिलाओं में बांझपन को भी दूर करने में मदद करता है।
मखाना खाने के स्वास्थ्य लाभ
इसमें ढेर सारा एंटीऑक्सीडेंट होता है जिससे झुर्रियों का असर कम हो जाता है।
मखाने को नियमित रूप से 10-30 ग्राम तक की मात्रा में खाया जा सकता है। आयुर्वेद में मखाने को शीतल प्रकृति वालों के लिए अहितकर माना गया है।
इससे ब्लड प्रेशर पर भी निंयत्रण पाया जा सकता है। यह शरीर के अंग सुन्न होने से बचाता है तथा घुटनों और कमर में दर्द पैदा होने से रोकता है।
प्रेगनेंट महिलाओं और प्रेगनेंसी के बाद कमजोरी महसूस करने वाली महिलाओं को मखाना खाना चाहिये।
प्रसव बाद इसके सेवन से शरीर के अन्दर की गर्मी, पित्त, कैल्शियम की कमी, आदि दूर होते हैं।
मखानों का सेवन करने से शरीर के किसी भी अंग में हो रही दर्द से राहत मिलती है। कमर दर्द और घुटने में हो रही दर्द से छुटकारा पाया जा सकता है।
मखानों को देसी घी में भूनकर खाने से दस्त जैसे रोग से छुटकारा पाया जा सकता है।
मखानों का सेवन करने से शरीर में हो रही जलन से भी राहत मिलती है।
मखानों का नियमित सेवन करने से शरीर की कमजोरी दूर होती है और हमारा शरीर सेहतमंद रहता है।
मखानों को दूध में मिलाकर खाने से दाह (जलन) में आराम मिलता है । ६- मखानों के सेवन से दुर्बलता मिटती है तथा शरीर पुष्ट होता है।
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